निक्की, एक अल्हड़ लड़की, को एक दुविधा में फंसाया गया क्योंकि उसका मूत्राशय फट रहा था। उसकी सहेलियों ने उसे आसन्न त्रासदी की याद दिलाते हुए उसे लगातार छेड़ा। खुद को रोक नहीं पायी, उसने अपनी सहेलियों की हँसी और कामरस को गले लगाते हुए अपनी पेशाब की धार ढीली कर दी।