निषिद्ध फल की लालसा वाला एक युवक जे.जी. मार्नी की मोहक तस्वीरों को देखकर अपनी इच्छाओं में लिप्त हो जाता है। उसका सामना एक कसी हुई, आमंत्रित योनि वाली एक कामुक अफ्रीकी देवी मोनोआ से होता है। उनकी भावुक मुठभेड़ सामने आती है, जिससे वे दोनों संतुष्ट हो जाते हैं।