एक बंगाली ट्यूटर अपनी 18 वर्षीय गाँव की छात्रा को अपने ही घर में संभोग की कला सिखाती है। अनुभवहीन लड़की के रोने और कराहने से कमरा भर जाता है क्योंकि वह अपने पहले संभोग सुख का अनुभव करती है। यह घरेलू बांग्लादेशी मुठभेड़ एक किशोर के पहले समय के कच्चे जुनून को कैद करती है।